जागरण की वेला है जागरण की वेला,
भगत तेरे तेरी राह निहारे मैं ही नहीं अकेला,
जागरण की वेला है जागरण की वेला,
तेरी तू ही जाने मैया प्यार किसे है देना,
बदल जायेगे भाग माँ उसके लगे न रुपया ढेला,
संगत ने मिल ज्योत जलाई सब किस्मत का खेला,
जागरण की वेला है जागरण की वेला,
जैसे रिम झिम बरसे सावन ऐसे बरसे किरपा तेरी,
भगत तेरे भजनो में खोये अब काहे को करे देरी,
तू ही सिरजन हार हमारी थमा जी का ढेला,
जागरण की वेला है जागरण की वेला,
जिसको है विश्वाश माँ तेरा बन गया वो दीवाना,
वर्मा के संग बैठी संगत माँ देदो नजराना,
बदल जाए इक पल में किस्मत रहे न कोई झमेला,
जागरण की वेला है जागरण की वेला,