आज तेरे दर ते है नचना पाके घुंगरू पैरा विच माँ,
आज तेरे दर ते है नचना तेरा सज रहा दरबार,
जगराते विच माँ ऐसी करना माँ न प्यार,
जगराते विच माँ..
शेर सवारी आजा माता सज गया तेरा जगराता,
माँ दर्शन दो एक बार जगराते विच माँ,
असि करना माँ नु प्यार,
मेहरा दी माँ बरखा करदो बच्चियां दी माँ झोली भर दो,
अम्बे रख भगता दी लाज,जगराते विच माँ,
असि करना माँ नु प्यार,
बछड़े तेरे माँ खुशिया मनावे,
लिख लिख भेटा जाग लगावे,
माँ नु पाने आज फुला वाले हार,
जगराते विच माँ,
असि करना माँ नु प्यार,