राम ने रावण को मारा
मैं भी एक रावण मारूँगा
तेरी लंका आज उजाडूँगा
जय जय श्री राम पुकारूँगा
तेरी लंका आज उजाडूँगा
जय जय श्री राम पुकारूँगा
ये अनोखी रीत रे भैया
इस नीले आकाश तले
हर कोई एक बार जले
लेकिन रावण तो हर साल जले
अबकी बरस धरती के सर से
मैं ये बोझ उतारूंगा
तेरी लंका आज उजाडूँगा
जय जय श्री राम पुकारूँगा
तेरी लंका आज उजाडूँगा
जय जय श्री राम पुकारूँगा
जब अन्याय हुआ चली है
न्याय की तलवार यहाँ
जब जब अत्याचार हुआ है
आया कोई अवतार यहाँ
जब अन्याय हुआ चली है
न्याय की तलवार यहाँ
जब जब अत्याचार हुआ है
आया कोई अवतार यहाँ
हम ना जाने कब आएंगे
कब तक बाट निहारूँगा
तेरी लंका आज उजाडूँगा
जय जय श्री राम पुकारूँगा
तेरी लंका आज उजाडूँगा
जय जय श्री राम पुकारूँगा
राम ने रावण को मारा
मैं भी एक रावण मारूँगा
तेरी लंका आज उजाडूँगा
जय जय श्री राम पुकारूँगा
तेरी लंका आज उजाडूँगा
जय जय श्री राम पुकारूँगा