खाटू वाले सिवा इक तेरे कोई जग में हमारा नहीं है,
मैं हु तेरे सहारे सांवरियां दूजा कोई सहारा नहीं है,
खाटू वाले सिवा इक तेरे कोई जग में हमारा नहीं है,
मेरे जीवन में छाया अँधेरा कभी देखा न सुख का सवेरा,
मैंने थामा है दामन तेरा तुझसे दुनिया में प्यारा नहीं है,
खाटू वाले सिवा इक तेरे कोई जग में हमारा नहीं है,
हाल दर्द इसका किसको बताऊ अपना दुखड़ा मैं किसको सुनाऊ,
तेरा दर छोड़ के कहा जाऊ दूजा द्वारा गवारा नहीं है,
खाटू वाले सिवा इक तेरे कोई जग में हमारा नहीं है,
तुमने लाखो के संकट काटे मेरा संकट है तेरे हवाले,
कर दे तारण तरन श्याम प्यारे तूने किस किस को तारा नहीं है
खाटू वाले सिवा इक तेरे कोई जग में हमारा नहीं है,
गौरी साक्षी है शरण में तेरी सुन ले फ़रयाद दिल की तू मेरी,
तूने की सांवरिया जो देरी,राजी का फिर गुजारा नहीं है ,
खाटू वाले सिवा इक तेरे कोई जग में हमारा नहीं है,