थे ही हो बालाजी म्हारा बलकारी मोटा देवता ॥
घृत मिठाई चाढु चूरमा थारे चरणा धोक देवता
लाल लंगोटा हाथ में घोटा बल बुद्धि रा देवता।
थे ही हो बालाजी म्हारा ...........................
लंका जाय सीया सुधि लाये राम राम गुण गावता
थे ही हो बालाजी म्हारा ...........................
तेल सिंदूर थारे अंग चढ़ावा नित उठ करु थारी सेवना
थे ही हो बालाजी म्हारा ...........................
गोलासन रा बालाजी भगता रा दुखड़ा मेटता
थे ही हो बालाजी म्हारा ............................
मनु दड़क बालाजी रे सरणे चरणा धोक देवता
थे ही हो बालाजी म्हारा ............................
गायक - मनोज दड़क साँचौर
MO. 9549131747