रख श्याम शरण तेरी,
सुन ले फर्याद मेरी,
किसके द्वार जाऊ बता सब ने अखियां फेरी,
रख श्याम शरण तेरी,
कोई साथ नहीं देता दुखिया का दुनिया में,
निर्बल मजबूर समज ठुकराया है सब ने,
इस आस तेरी बाबा तकलीफ मिटा मेरी,
किसके द्वार जाऊ बता सब ने अखियां फेरी,
रख श्याम शरण तेरी,
मैं हारता आया हु अब तक इस जीवन में,
तू जीत दिलाता है विश्वाश हो जिस मन में,
दुख कब तक सहू बाबा कर इक नजर तेरी,
किसके द्वार जाऊ बता सब ने अखियां फेरी,
रख श्याम शरण तेरी,
अब आ जाओ गोपाल बन पालन हार मेरे,
जितने भी मिलेंगे जन्म गुजरे गे दर पे तेरे,
राजू रहे जब तक श्याम नहीं भूले ये किरपा तेरी,
किसके द्वार जाऊ बता सब ने अखियां फेरी,
रख श्याम शरण तेरी,