मन में बसा कर तेरी मूर्ति उतारू मैं गिरधर तेरी आरती
करुणा करो कष्ट हरो ज्ञान दो भगवान
भव मै फसी नव मेरी तार दो भगवान
दर्द की दवा तुम्हारे पास है
जिंदगी दया की है भीख मांगती
मांगू तुझसे क्या मैं यही सोचू भगवन
जिंदगी जब तेरे नाम कर दी अर्पण
सब कुछ तेरा कुछ नहीं मेरा
चिंता है तुझे प्रभु संसार की
वेद तेरी महिमा गाए संत करें ध्यान
नारद गुणगान करे छेड़ वीणा तान
भक्त तेरे द्वार करते हैं पुकार
दास नवकिशोर तेरी गाए आरती
मन में बसा कर तेरी मूर्ति उतारू मैं गिरधर तेरी आरती