खुदा ने पूछ लिया बैकुंठ जाना है
मैंने भी पुछ लिया क्या वहां बरसाना है
नहीं है स्वर्ग में ऊँची अटारी के दर्शन
ना है रंगीली गली और ना है कह्वर
मेरा तो फकत ख्वाव उनको ही रिझाना है
इसलिए पूछ लिया क्या वहां बरसाना है
अब तो राजिव की केवल यही तमन्ना है
मेरा नेम है मुझको यहीपे मरना ही
छोड़ बरसाना बैकुंठ नहीं जाना है
मैंने तो राधा राधा राधा राधा गाना है
खुदा ने पूछ लिया बैकुंठ जाना है
मैंने भी पुछ लिया क्या वहां बरसाना है
खुदा ने पूछ लिया बैकुंठ जाना है
मैंने भी पुछ लिया क्या वहां बरसाना है