जितने भी मिले गे जनम यही मांगते तुमसे हम,
सेवा करू तेरी हर दम कसम लेलो कसम,
तेरे नाम का पी के प्याला मैं ऐसा योगी बना हु,
भजनो को गाते गाते मैं ऐसा रोगी बना हु,
ये रोग न करना कम कसम लेलो कसम,
जे साथ कब्भी ना टूटे ये हाथ कभी न छूटे,
तुम मुझसे रूठ न जाना चाहे दुनियां सारी रूठे,
तू जान नहीं मेरा हरदम,कसम लेलो कसम,
तूने इतना दिया है फिर भी ये मेरी है खुद गरजी,
चरणों से लगाए रखना तेरे श्याम की है अर्जी,
जब तक मेरे दम में है दम, कसम लेलो कसम,