बम बम बम भोले आया हरिद्वार में,
तेरा कावड़ियाँ पे रंग चढ़ रहा भोले तेरे प्यार में,
सावन की माह मेला लगे भोले तेरे धाम में,
कावड़ियाँ दीवाने हो रहे भोले तेरे नाम में,
मैं भी खड़ा सु तीन लोक नाथ कतार में,
तेरा कावड़ियाँ पे रंग चढ़ रहा भोले तेरे प्यार में,
तेरे नाम का ला जय कारा मस्ती पल में छा जा हो,
कावड़ियों के संग भंडारी तू भी रंग जमा जा हो,
तेरे डमरू की तू तान सुना जा करू पुकार मैं,
तेरा कावड़ियाँ पे रंग चढ़ रहा भोले तेरे प्यार में,
भोले तेरी बात निराली कैसी तेरी माया से,
जिस ने माँगा सच्चे दिल से उसने दर्शन पाया से,
जे पि मताना रतीश खड़े तेरे इन्तजार में,
तेरा कावड़ियाँ पे रंग चढ़ रहा भोले तेरे प्यार में,