मैंने जब से मेरे सांवरियां गुण गान तुम्हरा गाया है,
तब से जीवन के हर पथ पे मैंने साथ तुम्हारा पाया है,
मेरे बाबा मेरे बाबा,
कभी अंधेरो में मेरे बाबा मेरा मन जब गबराता है,
मन की रोशनी पूरी हो राहो में बिखर जाता है,
तेरे बिना मुझको बाबा ये सुख भी नहीं भाता है,
तू संग है तो गम में भी मेरा दिल ये मुश्काता है,
वीराने जीवनमे शहनाई भजति है,
कांटो सी राहे भी फूलो सी लगती है ,
अगर तू साथ है,
फ़िक्र क्यों करू क्यों किसी से डरु अगर तू साथ है,
जो कुछ मुझ में प्यारा है बाबा वो असर तुम्हारा है,
सब तेरी किरपा सब तेरी मेहर सोनू जो कुछ बन पाया है,
मैंने जब से मेरे सांवरियां गुण गान तुम्हरा गाया है,