उठें देश के लिए उठें हम ..
मरें देश के लिए मरें हम..
तन में ,मन में यही ध्यान हो ..
भारत महिमावान बने..
मेरा देश महान बने ..
सिंहों से लड़ने वालें हों,
अवसर पर अड़ने वाले हों..
हंसते-हंसते मौत मसल कर ..
आसमान चढ़ने वाले हों..
वज्र बने दुश्मन को..
प्रिय को फूलों की मुस्कान बने ..
मेरा देश महान बने ..
एक ध्येय हो,एक ज्ञेय हो..
एक सामान विधान बने..
मेरा देश महान बने ..
स्वर : माधुरी मिश्रा
रचनाकार : उदय शंकर भट्ट