सांवरिया बेगा आओ जी थारी बाँट निहारूं मैं घर में
थारी बाँट निहारूं मैं घर में ...थारी बाँट निहारूं मैं घर में
सांवरिया दर्श दिखाओ जी थारी बाँट निहारूं मैं घर में
तेरा करता हूँ गुणगान मैं न सुबह न देखु शाम मैं
मेरा सेठ सांवरा आओ जी थारी बाँट निहारूं मैं घर में
तूने खाटू में सजा दरबार लिया ओ नीले के असवार पिया
नीले पे चढ़ कर आओ जी थारी बाँट निहारूं मैं घर में
दीपक अब बाबा हार गया तेरा नाम ही हमको तार गया
गुलशन ने पुकारा आओ जी थारी बाँट निहारूं मैं घर में
सांवरिया दर्श दिखाओ जी ....................