राम के हनुमान के हनुमान के श्री राम के,
राम के दीवाने आये है हनुमान के दीवाने आये है,
राम के दीवाने आये है माथे पे तिलक लगाए है,
हनुमान के दीवाने आये है पगड़ी में भगवा जमाये है,
हे राम के हनुमान के हनुमान के श्री राम के,
दोनों हाथ सब ताली भजा कर चल रहे पग से पग मिला कर ,
चल रहे है सीना तान के,
हे राम के हनुमान के हनुमान के श्री राम के,
हाथो में है सब के कटार कोई पैदल कोई घोड़ी पे सवार,
साथ में झंडे भी लाये है,
राम के हनुमान के हनुमान के श्री राम के,
देखो नाच सरे मस्ती में छाई है खुशियां बस्ती में,
भर भर गुलाल उड़ाए है,
हे राम के हनुमान के हनुमान के श्री राम के,