तर्ज- रो रो कर फरियाद करा हां
मेने अर्जी रख दी बाबा,मानो या इंकार करो
समझो हो गर अपना बेटा,मेरी नैया पार करो
तेरे इस बेटे को बाबा,कुछ ने बहुत रुलाया हे
जो मेरे हक़ का भी था,वो मुझको मिल ना पाया हे
साँचा हे ,साँचा हे दरबार तेरा,इन अंसुवन का हिसाब करो
समझो हो गर अपना बेटा.........
एक भरोसा हरदम रहता,आकर तू ही संभालेगा
मेरी चिंता व्यर्थ करू में,रास्ता तू ही निकालेगा
तेरे भगत का धीरज छूटे, श्याम प्रभु विश्वाश भरो
समझो हो गर अपना बेटा.........
तेरे दर की रज को हरदम माथे मेने लगाया हे
जो भी मिला हे दर से मिला हे,सबको मेने बताया हे
तेरी कृपा से जो कुछ पाया,उसकी रक्षा आप करो
समझो हो गर अपना बेटा.........
इतनी देर ना करना बाबा,की अंश तुम्हारा लूट जाये
दुनिया वाले हंसी उड़ाए,तेरा बेटा कहलाये
माँ को दिया था वचन जो,उसको फिर से याद करो
समझो हो गर अपना बेटा.........