में कई पाप किदो यम दुता धीरे दो कोड़ा की,
माता पिता को केणो न मान्यो , न तो सुनतो वाकी,
बुढापा में हीडा न किदा , न उड़ाई माकी ,
गरीबा ने गणो लुटतो, कहतो ब्याज बाकी,
गर्भ घमंड में फिरतो रेतों , नाड राखतो बांकी,
पराई नार ने बेन बना ली , राखी डोरा साखी,
पर्दे मोज्या मानतो थूं , नार बना ली घर की,
भोला ढाला ने दुख देतो थूं , रोगी घृणा वांकी,
झूठ कपट से माया जोड़ी , फेर बोल रियो काकी,
राम नाम कधी न भजतो न सत्संग में झांकी,
नूगरो रेग्यो भाईडा रे थारे , गुरु नाथ नही नाकी,
बुद्धपुरी गुरुदेव भीम जी , शारद माता झांकी,
भेरयो गारी गुरु शरण में , प्रभु सुणज्यो माकी ,
गायक - चम्पा लाल प्रजापति मालासेरी डूँगरी
89479-15979