बेटे का सम्मान है जग में बेटी का कोई मान नहीं,
दुनिया वालो मुझको बता दो बेटी क्या संतान नही,
बेटा क्या यहाँ लेकर आया बेटी क्या नही लाइ है,
बिन बेटी के दुनिया वालो सुनी पड़ी कल्हाई है,
रक्षा बंधन भईया दूज का बिकुल तुमको ध्यान नही,
दुनिया वालो मुझको बता दो बेटी क्या संतान नही
बेटा तारे एक कुल को बेटी तीन को तारती है,
मात पिता नाना नानी के सपनो को ये सवारती है,
बिन बेटी के दुनिया वालो होता कन्यादान नही,
दुनिया वालो मुझको बता दो बेटी क्या संतान नही
बेटा साथ छोड़ भी देगा बेटी साथ न छोड़े गी,
छोड़े गी वो जिस दिन नाता दो रिश्तो को तोड़े गी,
बेटी को ठुकराने वाला वो इंसान इंसान नही,
दुनिया वालो मुझको बता दो बेटी क्या संतान नही