महिमा निराली बाबा भोलेनाथ की ,
एह जी सारे जग के हां हां सारे जग के पालनहारे,
महिमा निराली बाबा भोलेनाथ की
तुम अधर अमर हो अविनाशी,
शिव शंकर भोले केलाशी,
आसन लगाये लेके डमरू हाथ में जी ,
एह जी बहे जटा गंग की धार,
महिमा निराली बाबा भोलेनाथ की
बाबा गाऊ मुखी हर की पहरी,
निर्मल गंगा या पे पेहरी,
कावड लेके चले भगता साथ में भी,
एह जी हॉवे बम बम पियो जेहर,
महिमा निराली बाबा भोलेनाथ की
कावड़िया तुम्हे मनाते है श्रधा से जल को चडाते है,
बसमे रमाये बाबा आओ द्वार तुम्हारे मैं भी,
एह जी देवी सिन्धु हां हा देवी सिन्धु चरण बलिहारी,
महिमा निराली बाबा भोलेनाथ की