कदम कदम पर तूने मुझपर कितने किये उपकार,
तेरी किरपा से आज सुखी है मेरा घर परिवार,
श्याम तेरी बड़ी किरपा है बाबा तेरी बड़ी किरपा है,
कल की क्या मैं बात करू आज नहीं था अपना ,
तेरी मेहर से सँवारे पूरा हुआ हर सपना,
अपनी दया की तूने मुझे पर इतनी करि बौछार,
तेरी किरपा से आज सुखी है मेरा घर परिवार,
जब भी हारा हु हिमत साहस मेरा बढ़ाया,
ऊँगली पकड़ के मेरी मंजिल तक पौंछाया,
हाथ फिराया सिर पर मेरे तूने लखदातार,
तेरी किरपा से आज सुखी है मेरा घर परिवार,
भटका नहीं मैं कभी भी जब जब दुखो ने घेरा,
आँखों को बंद कर के मैंने ध्यान किया बस तेरा,
आके दियां है कुंदन को तूने खुशियों का उपहार,
तेरी किरपा से आज सुखी है मेरा घर परिवार,