हारे को जिताने, तुम आओ सांवरे।
कोई और नही है सहारा आजाओ सांवरे।
आया हूं मैं शरण तुम्हारी,मैं हूं बाबा बहुत दुखारी।
दरश दिखादे श्याम बिहारी,
तेरे दर का में हूं भिखारी।
अपने भक्तों को राह दिखाओ सांवरे।।
कोई और नही है........
ओ
मेरे मालिक देना सहारा,बिलख रहा है दास तुम्हारा।
खाटूवाले तेरा नाम पुकारु,
तू लगता है प्राणों से प्यारा।
मेरी अटकी हुई नैया को पार लगाओ सांवरे।।
कोई और नही है.......
जो भी तेरे दरपे आया,तूने उसको पार लगाया।
"विजू" तुझबिन कुछ भी नही है,
जो कुछ है वो तुमसे पाया।
मुझे अपने चरणों से लगाओ सांवरे।।
कोई और नही है.......
हर शनिवार कीर्तन में तुम आओ सांवरे
जय श्री श्याम
श्याम दीवाने संकीर्तन मंडल,सरदारशहर।
रचना:-विजय डिडवानिया
9511539933