मेरा जीवन सवर गया है मिले जब से दीना नाथ,
मेरी कुटियाँ में हुई खुशियों की बरसात,
मेरा जीवन सवर गया है मिले जब से दीना नाथ,
खाटू आकर सांवरिया का मन भावन दीदार हुआ.
नैन मिले तो इश्क़ हुआ तो दिल मेरा गुलजार हुआ,
अब होने लगी अँखियो में मेरे दिल की हर बात,
मेरी कुटियाँ में हुई खुशियों की बरसात,
बिन बोले ही बाबा मेरा मन चाहा फल देता है,
मुझसे केवल भाव भजन की भेट संवारा लेता है,
होती है पलक जपके इनकी तो करा मात,
मेरी कुटियाँ में हुई खुशियों की बरसात,
मैं तो मस्त फिरू दुनिया में छोड़ी है दुनिया दारी,
अपने भक्त का मान बढ़ाता खाटू वाला दातारि,
चोखानी भज ले इनको ये रहता हर पल साथ ,
मेरी कुटियाँ में हुई खुशियों की बरसात,