आया श्याम का जन्मदिन आया,
और खुशियाँ हजारो संग लाया,
के झूम झूम नाचे गे वधाई बाटे गये,
एहाल्वती माँ की आँखों का तारा,
लगता है सोहना सोहना बाबा हमारा,
घुंगराले बाल जैसे काली घटाए,
पलने में झूल रहा पालन हरा,
सब भगतो ने मांग गया,और खुशिया हजारो लाया,
के झूम झूम नाचे गे वधाई बाटे गये,
दुल्हन के जैसी सजी खाटू नगरिया,
स्वागत में बरसे है ररिम झिम बदलियाँ,
कार्तिक की ग्यारस है आज आई,
इतर से महके मेरा प्यारा सवारियां,
मेरे मन को श्याम है बाया,और खुशिया हजारो लाया,
के झूम झूम नाचे गे वधाई बाटे गये,
फूलो में सज के बेठे बिहारी,
लगे नजर न जाऊ बलहारी,
बरा महीने बाद मौका है आया,
दीपक के मन की खिली फुलवारी,
भगतो का मन हर्षाया और खुशिया हजारो लाया,
के झूम झूम नाचे गे वधाई बाटे गये,