श्याम जी की नोकरी

ओ नोट मिले ज्यादा और रेहना खाना है फ्री
मिल गई मिल गई श्री श्याम जी की नोकरी
ओ नोट मिले ज्यादा और रेहना खाना है फ्री

बाई गोड श्याम वैरी इंटेलीजेंट है
जान से प्यारा जिसे हर सर्वेंट है
हारे के सहारे की बात भगतो है खरी
मिल गई मिल गई श्री श्याम जी की नोकरी

हम पीस फुल धाम काम नही खीच खीच है
मांग ने से पेहले देता श्याम बड़ा रिच है
हो अपनी तो रेहती है भैया हर दम जेब भरी
मिल गई मिल गई श्री श्याम जी की नोकरी

फार्म भरो नाम जपके तुम को भी हक है,
टराये कमल सिंह बाकी अपना लक है
घाटे का ना सोदा जी केहता मैं डोंट वोर्री
मिल गई मिल गई श्री श्याम जी की नोकरी
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