शिरडी की गालिया देखो जन्नत का नजारा है,
साई का कर्म हो तो कट ती है मुश्किलें भी,
जिस ने भी दिल से बाबा बस तुम को पुकारा है
शिरडी की गालिया देखो जन्नत का नजारा है,
तेरी दुआ से बाबा हर काम बन गया है,
अब तेरे ही टुकड़ो पे घर बार हमारा है,
शिरडी की गालिया देखो जन्नत का नजारा है,
जब से तेरे कर्म का सदा मुझे मिला है,
दामन ये बाबा खुशियों से भर गया है,
शिरडी की गालिया देखो जन्नत का नजारा है,
तेरे है भजन गाते तुझको है हम मनाते,
सम्मी की बिगड़ी को भी हां तुमने संवारा है ,
शिरडी की गालिया देखो जन्नत का नजारा है,