यु तोह अपने भारत में संतो के रेले है,
शिरडी वाले साई तो लाखो में अकेले है,
उनपे न हसो लोगो मन की आंख से देखो,
अपने भक्तो के लिए कितने दर्द झेले है,
शिरडी वाले साई तो लाखो में अकेले है,
आ गये है वो आखिर साई के चरणों में,
जो थे फसे हर दम माया के झमेले में,
शिरडी वाले साई तो लाखो में अकेले है,
जा रहे है शिरडी में लोग साई दर्शन को.
अब तो भुला लो वहाँ हम यहाँ अकेले है,
शिरडी वाले साई तो लाखो में अकेले है,
साई कीजिये किरपा लोग हो गये दुश्मन,
जाऊ मै कहा आखिर दुश्मनो के रेले है,
यु तोह अपने भारत में संतो के रेले है,
शिरडी वाले साई तो लाखो में अकेले है,