जबसे तेरी मेरी मुलाकात हो गयी,
सारे कहते है की करामात हो गयी ।
दुनिया दीवानी मेरे साथ हो गयी,
सारे कहते है करामात हो गयी ॥
संवारे सलौने श्याम, झूम झूम गाऊ मैं
तूने क्या किया है कैसे तुझको बताऊ मैं ।
खुशियों की जैसे बरसात हो गयी है,
सारे कहते है की करामात हो गयी ॥
एक वो जमाना था, ठोर न ठिकाना था
देखते ही मुझसे आँखे, फेरता जमाना था ।
किस्मत बुलंद रातों रात हो गयी,
सारे कहते है की करामात हो गयी ॥
‘लेहरी’ दीया जो तूने, कभी न भुलाऊगा
जिंदगी ये सारी तेरी, सेवा में बिताऊंगा ।
आँखों ही आँखों में अपनी बात हो गयी,
सारे कहते है की करामात हो गयी ॥
स्वर : उमा लहरी