फागण आयो जी सरकार,
मिलके चंग बजास्यां आज।
फागण आयो जी......
चंग बजास्यां मिलकर सगला,
घूमर घाल्या आज।
फागण आयो जी......
फागण की ग्यारस ने बाबा,
नीलो चढ़कर आयो जी,
सोनो सो यो लागे इकी
नज़र उतारो जी।
फागण आयो जी......
नीलो पीलो लाल गुलाबी,
रंग गुलाल उड़ाओ जी,
पिचकारी भर भर के इको
अंग भिगादयो जी ।
फागण ओ जी....
घोटी है ठंडाई आकर,
पियो म्हारा श्याम धणी,
खीर चूरमो भोग लगास्या,
थे भोग लगाओ जी।
फागण आयो जी......
फूलां का श्रृंगार में बैठ्यो,
खाटू वालो शयाम घणी,
बरखा और नताशा मिलकर,
भजन सुनावे जी।
फागण ओ जी।