मैं तो मेरे श्याम की दीवानी हु दीवानी,
श्याम के सिवा न मेरी किसे ने जानी,
मैं तो मेरे श्याम की दीवानी हु दीवानी
नाच नाच मैं तो मेरे श्याम को रिजाऊ गी,
लेके एक तारा मैं तो श्याम श्याम गाऊगी,
करदी है नाम मैंने उसके ज़िंदगानी
मैं तो मेरे श्याम की दीवानी हु दीवानी
मेरा रोम रोम मेरे सँवारे का हो गया,
उसके ख्यालो में ही दिल मेरा खो गया,
उस से ही प्रीत मेरी जानी पेहचाहनी,
मैं तो मेरे श्याम की दीवानी हु दीवानी
बनु गी जोगिनिया मैं तो सांवरे के नाम की,
जैसे बनी मीरा प्यारे राधे घनश्याम की,
उसकी शरण में ज़िंदगी बितानी,
मैं तो मेरे श्याम की दीवानी हु दीवानी