दर्शन दो आज दर्शन देदो देदो
अंखिया भीगे मेरे नाथ
दिन बीते बीती रातें हुई अपनी नहीं मुलाकातें
याद आएं वो तड़पायें मन हर दम तेरे गन गायें
आ जाओ श्याम अब तो आओ आओ
सर पर आज रख दो हाथ
मन नादान है अनजान है तेरी मुरली पे ये क़ुर्बान है
तुम्हे चाहें तुम्हे पाएं इस मन का यही अरमान है
लेलो रे शरण अपनी ले ले लेलो खो जाऊं तेरे साथ
मैं हूँ तेरा तू है मेरा मैंने डाला तेरे दर पे डेरा
मुझे आस है विश्वास है मिट जाएगा मन का अँधेरा
रखा है आज मैंने अपना तेरे श्री चरणों में अपना मान
दर्शन दो आज दर्शन देदो