चेत दा चाला आया बाबे वल मैं भी जावा ,
चरनी बह के उस दे दिल दी गल सुनावा ,
चेत दा चाला आया बाबे वल मैं भी जावा
जिथे दुरो दुरो चले के संगता ाइयाँ,
हथ विच झंडे सजदे गल विच सिंगियाँ पाइयाँ,
फुला दे नाल सजिया शाहतलियाँ दी रहा,
चेत दा चाला आया बाबे वल मैं भी जावा
जिसने जो भी मंगिया उस दी झोली पावे,
लाल निशाना वाला सब रे कर्म कमावे,
भुला बक्शन हारी होवे सदके जावा,
चेत दा चाला आया बाबे वल मैं भी जावा
आसा दिल विच लै के जोगी दर जो भी आया,
चढ़ के दुनिया सारी जोगी न दुखड़ा सुनाया,
पार लगावे जोगी सब दी फड़ के बाहवा ,
चेत दा चाला आया बाबे वल मैं भी जावा