सुन मेरी माँ सुन मेरी माँ,
आके देदे बछड़े नु छाह,
ये तो बताते कहा जाए हम तेरा माँ दर छोड़ कर,
सुन मेरी माँ सुन मेरी माँ,
आके देदे बछड़े नु छाह,
जग ने सत्या क्यों इतना रुलाया क्यों,
क्यों मारी ठोकर माँ मुझको बतादे तू,
सुन मेरी माँ सुन मेरी माँ,
आके देदे बछड़े न छाह,
दर दर क्यों भटकु माथा क्यों पटकू देदे आंचल में मुझको,
सुन मेरी माँ सुन मेरी माँ,
आके देदे बछड़े न छाह,
पाँव पड़े छाले कर्म हुए काले,
आके देख ले माँ मेरे भाग डबो डाले,
सुन मेरी माँ सुन मेरी माँ,
आके देदे बछड़े न छाह,
सुमित तेरे दर आके कहे दुखड़े गा के,
शंकर मट्टू को देदो दर्शन माँ आके,
सुन मेरी माँ सुन मेरी माँ,
आके देदे बछड़े न छाह,