श्यामसुंदर हम तुम्हारे हो गए..
ढूंढने निकले तुम्हें हम खो गए ..
सुनते हैं दिनों के तुम ही कृष्ण प्यारे नाथ हो
इसलिए सब संत तुमको,दीन दाता कह गए
श्यामसुंदर हम तुम्हारे हो गए..
उनका फ़िर दुनिया में कोई,
कृष्ण प्यारे ना रहा
जिसके साथी श्याम सुंदर होगए बस हो गए...
श्यामसुंदर हम तुम्हारे हो गए..
सौंप दी जीवन की डोरी कृष्ण प्यारे आपको
आज से तेरे सहारे हो गए बस गए
श्यामसुंदर हम तुम्हारे हो गए..
मार डाले मोहनी मूरत मोहन की मार दे..
आ गए वो जा न पाए.. आगए बस आगए
श्यामसुंदर हम तुम्हारे हो गए
भजन तर्ज :
दिल के अरमां आँसुओ में बह गए..
{ ग़ज़ल : ग़ुलाम अली..}
भजन रचना ::
श्रध्देय श्री बलराम जी उदासी
बिलासपुर छ. ग.
Mob : 98271-11399..
& 70004-92179..