माँ की ममता माँ से मांगे,
मुझे पुत्र मिले,श्रवण की तरह,
और भाभी मांगे देवर, लक्ष्मण की तरह,
गुरु बिन ज्ञान कहाँ से लाऊँ,
गुरु से बड़ा ना कोई,
गुरुवर मांगे मुझे शिष्य मिले,
मुझे शिष्य मिले एकलव्य की तरह,
और भाभी मांगे देवर लक्ष्मण की तरह,
जब जब भीड़ पड़ी बहना पर दौड़े दौड़े आते है,
परम किरपा कर सब पर ये अपनों की लाज बचाते है,
बहना मांगे मुझे भाई मिले भाई मिले कृष्णा की तरह
और भाभी मांगे देवर लक्ष्मण की तरह.