घर मुड़ आ जोगियां वे माँ उडीका करदी आ ,
तेरी याद च पुत्रा वे रो रो होंके भरदी आ,
घर मुड़ आ जोगियां वे माँ उडीका करदी आ ,
तेरी याद च रोंदी दे हथे बहा बजैया वे,
हथ खाली मुड़ आई किते तू न लभेया वे,
तेरे बिना बालका वे जींद जांदी थर दी आ
घर मुड़ आ जोगियां वे माँ उडीका करदी आ ,
पुत्ता नु मावा वे सो वारि घुरड़िया,
तू रूस के माँ नाल वे बाटा तुर गया दूर दियां,
मेरा तेरे बिन पुत्रा हूँ कोई न दर्दी आ,
घर मुड़ आ जोगियां वे माँ उडीका करदी आ ,
की होया माये ने राती पुछदे तारे ने,
जोगी रूस के तुर गया है मैं मेहने मारे ने
पीछे लग गई लोका दे ताहि दुखड़े जर दी आ,
घर मुड़ आ जोगियां वे माँ उडीका करदी आ ,