बनते सारे काम आप के चरणों में,
हे गुरु जी परनाम आप के चरणों में,
इस कलयुग में मेरे गुरु जी तेरी शान निराली है,
तेरी भगती मेरे गुरु जी सुख बरसाने वाली है ,
तेरे भगत जनों की गुरु जी गुजरे सुबहो शाम आप के चरणों में,
हे गुरु जी परनाम आप के चरणों में,
तू ही नानक तू ही ईसा तू ही आल्हा राम है,
इस कलयुग में तारण धारा बस इक तेरा नाम है,
बेबस लाचारो के गुरु जी कट ते कष्ट तमाम आप के चरणों में,
हे गुरु जी परनाम आप के चरणों में,
अपने भगतो के सिर पे तुम हाथ दया का धरते हो,
करके दया तुम भगतो के जीवन में खुशिया भरते हो,
तेरे भकत पुनीत को सदा मिलता है आराम आप के चरणों में,
हे गुरु जी परनाम आप के चरणों में,