बचो दुरो दुरो आये तेरे द्वार क्यों कुंडा लाके बैठ गये माँ,
तेरा करना है रज के दीदार क्यों कुंडा लाके बैठ गये माँ,
लखा दिया आसा तू ही पुरिया ने कीतियां,
आसा भी ते केहनिया ने गल्ला आप बीतियाँ
दे दे गल लाके साहनु भी तू प्यार,
क्यों कुंडा लाके बैठ गये माँ,
असि भी ते माला तेरी नाम वाली फेर दे,
मलके दलीजा माये बैठी किनी देर वे,
सुखी साडा भी तू करे संसार
क्यों कुंडा लाके बैठ गये माँ,
लाल रख दाती पुनीत दी दुहाई दी,
तेरी निर्दोष मेहर साहनु भी एह चाहिदी,
तू ही सारिया दे भरे भण्डार,
क्यों कुंडा लाके बैठ गये माँ,