खोलो माँ बूहे मंदिरा दे खोलो,
सजदा करा मैं अवाजा मारा,
बोल सुनो कुछ बोलो माँ,
बूहे मंदिरा दे खोलो,
आ गये हां असि दुरो चल के ,
बैठ गए तेरा बुहा मल के,
मावा बिना पुत्र रूल जांदे ने,
मैनु इंज न रोलो माँ
बूहे मंदिरा दे खोलो,
कर्मा ते कंडे कौन चुने गा
तू न सुनेगी ते कौन सुने गा,
पथरो पारे ओहघन मेरे तकड़ी विच न तोलो,
बूहे मंदिरा दे खोलो,
दर्श बिना एह तरसन अखियां,
बदला वांगु बरसन अखियां बरसन अखियां,
दास नु अपने कोल बिठा के बैठ के दुःख सुख फोलो माँ,
बूहे मंदिरा दे खोलो,