मेरा तो रिश्ता सँवारे जन्मो का आप से
झुकता रहे ये सिर सदा चरणों में आप के,
मेरा तो रिश्ता सँवारे जन्मो का आप से,
जीवन की डोर सँवारे बाँधी न सोच कर,
जाना न दूर सँवारे दिल मेरा तोड़ कर
मेरा तो रिश्ता सँवारे जन्मो का आप से,
देखा करू मैं आप को दुनिया की भीड़ में ,
नैनं में तेरी मूरति दिल बैठा हार के ,
मेरा तो रिश्ता सँवारे जन्मो का आप से,
मारके भी नाम आप से चलता रहे मेरा,
जीने की लोह लग गईं चरणों में आप के,
मेरा तो रिश्ता सँवारे जन्मो का आप से,
दीवाने तेरे नाम के दुनिया में और भी,
जसविंदर चहल दीवाने की दुनिया है आप से,
मेरा तो रिश्ता सँवारे जन्मो का आप से,