खोल भवन दे द्वार नि माये खोल भवन दे द्वार
दुरो दुरो संगता आईआ करन लई दीदार नि माँ
चारो वेद तेरा गुण गाउंदे ब्रह्मा विष्णु ध्यान लगाने
भोले शम्भू डमरू बजाऊंदे करदे जय जय कार नि माये
खोल भवन दे द्वार नि माये खोल भवन दे द्वार
मैं सुनेया तेरे दर जो आउंदा,
श्रदा नाल जो तेनु ध्याओंदा,
मुहो मंगियाँ मुरादा पाउंदा हुंदा जग तो पार नि माये
खोल भवन दे द्वार नि माये खोल भवन दे द्वार