है यकीन मुझको सांवरियां आएगा
आकर के बाबा श्याम मुझे गले लगाएगा,
जब नरसी ने बुलाया था तुम दोड के आये थे,
कर्मा का खिचड़ा खा बाबा तुम भोग लगाये थे,
विश्वाश मुझे है श्याम तू पार लगाएगा,
आकर के बाबा श्याम मुझे गले लगाएगा,
है यकीन मुझको सांवरियां आएगा
जब द्रोप्र्ती पे विपदा आई तूने आके लाज बचाई,
मीरा की विष की प्याली पल में अमृत बनाई,
जग हो जाए वैरी श्याम तू आन बचाए गा,
आकर के बाबा श्याम मुझे गले लगाएगा,
मेरी किस्मत तुझसे है बाबा तुझपे ही भरोसा है,
सब सोंप दिया तुझको बाबा जो कुछ भी जैसा है,
गीतिका के जीवन में श्याम तू खुशिया लाएगा,
आकर के बाबा श्याम मुझे गले लगाएगा,