विनती पे ध्यान देती चरणों में स्थान देती,
ममता मई बिन मांगे सच्चा वरदान देती ,
मैया मैया कह के बुलाने की देर है,
मैया के द्वारे पे आने की देर है,
भवतारन के भरोसे मैया छोड़ दे,
जाने दे उधर वो जिधर मुख मोड़ दे,
चरणों पे माथा रख नैनो को निचोड़ दे
संभव नहीं माँ बचो का माँ मन तोड़ दे,
पलको पे आंसू सजाने की देर है,
मैया के द्वारे पे आने की देर है,
उस महामाई का अंचल तेरे हाथ है सब से बड़ी शक्तियां तेरे साथ है,
हार है न भय का ना चिंता की बात है मैया को भगतो का काम दिन रात है
अपनी कहानी सुनाने की देर है,
मैया के द्वारे पे आने की देर है,