तू है मन मोहने वाला कहे ब्रिज गोपी का बाला,
नहीं दिल लागे कही घनश्याम,
तू है मन मोहने वाला कहे ब्रिज गोपी का बाला,
प्रिये राधा कहे मतवारी हे श्याम सूंदर गिरधारी,
छवि लागे तुम्हारी अति प्यारी तू सूंदर श्याम सलोना,
तू है ब्रिज राज खिलौना नहीं तरसा रे मनोहर श्याम,
हे यशोमति नन्द दुलारे हे नटवर राधा प्यारे ,
हे भगतन के रखवाले हम लाख यत्न कर हारे तू दर्श दिखा अब प्यारे,
तू बंसी बजा के ये हर ले प्राण,
तू है मन मोहने वाला कहे ब्रिज गोपी का बाला,