साईं जी किस विधि तुमको पाऊ
किस विधि तुम को पाऊ किस विधि तुम को पाऊ,
चलते चलते पग है हारे द्वार न तेरा पाऊ,
किस विधि तुम को पाऊ किस विधि तुम को पाऊ,
गागर छोटी प्यास बड़ी है
कैसे प्यास बुजाऊ,किस विधि तुम को पाऊ,
गुरु की सेवा सुर की पूजा
साँझ सकारे जाऊ किस विधि तुम को पाऊ,
शरणाघट को शरण लगा लो
दास तेरा कहलाऊ किस विधि तुम को पाऊ,