गुड़ नालो मीठा मेरे साईं तेरा नाम,
जपदा रवा मैं दिन राती सुबह शाम,
गुड़ नाल मीठा
दिल वाली पालकी च बह जा साईं वे,
एक वारी बेटा मेनू कह जा साईं वे,
भर भर पीवा तेरे नाम वाला जाम,
गुड़ नाल मीठा....
नाम दी खुमारी हर और छाई जिस पासे देखा बस साईं साईं है,
साईं विच दिसा मेनू मेरा नाम गुड़ नाल मीठा...
साईं तेरी याद हर पल आंदी है कालजे च मेरे साईं पीढ़ पांदी है,
तेरे वाजो साईं सहनु आवे न आराम गुड़ नाल मीठा....
रखना जे मेनू चरना च रख तेरे बगैर साईं मूल मेरा कख,
परकाश दे कत्दे दुखड़े तमाम गुड़ नाल मीठा.....