शिव भोला भंडारी शंकर शम्भु त्रिपुरारी,
नाचे मस्ती में नाथ डमरू लेके हाथ,
भोले जी की टोली चली भंगिया में मस्त हो
नाच रहे भगत सारे मस्ती में मस्त हो
हो भोला नील कंठ धारी कारे नंदी की सवारी
नाचे भगतो के साथ डमरू लेके हाथ,
सिरपे तेरे रेहती गंगा जगत कल्याणी पापियों को तारण वाली
भोले जी के रंग में रंग रही दुनिया ये सारी,
तीन लोक श्रृष्टि सारी शिव गुण गारी
भोला तीन नेत्र धारी चन्द्र भाल शूल धारी नाचे गोरा जी के साथ,
डमरू लेके हाथ,