क्यों रूठे सब से यु भोले हमे मन्दिर बुलाये न
ये सावन प्यासा रह जाए जो कावड हम ला पाए न
क्यों रूठे सब से यु भोले हमे मन्दिर बुलाये न
बड़ा जो पापो का घेरा तो तूने सब से मुह फेरा
प्रभु भगती को बुला जग,
तो बरसा अब केहर तेरा
घडी एसी संकट की करीब अपने भी आये न
ये सावन प्यासा रह जाए जो कावड हम ला पाए न
क्यों रूठे सब से यु भोले हमे मन्दिर बुलाये न
हम बालक तेरे है नादान ना तुझसा जग में कोई महान
कोई न माफ़ केहता ये अब रो रो कर ये सारा जहां
शरण लेलो हमे बाबा सही दुरी अब जाए न
ये सावन प्यासा रह जाए जो कावड हम ला पाए न
क्यों रूठे सब से यु भोले हमे मन्दिर बुलाये न