हम दादी के लाडले हम पर किसका जोर
पल पल रक्षा करती माँ
ये सतियो की सिरमोर
हम दादी के लाडले हम पर किसका जोर
संकट आये जीवन में चाहे चाहे छाये हो गम के बादल
हर संकट को दूर भगाए, माँ की ममता का आंचल
दादी जी साथ है अपने जब छाए घटा घनघोर
हम दादी के लाडले हम पर किसका जोर
जब जब मन गबराए अपना दादी दादी रटते है
जैसे जैसे जाप बड़े तो कष्ट हमारे घट ते है
है अटल भरोसा इन पर हम देखे इन की और
हम दादी के लाडले हम पर किसका जोर
बिठा दिया है माँ ने फलक पे ख़ाक से उठा करके
लाड लडाती मैया अपनी गोदी में बिठा कर के
माँ बंधी रहे सुनील की
तुम से ये उज्वल डोर
हम दादी के लाडले हम पर किसका जोर