तेरी झोली भर देगा तू खाटू जाके देख ले
बाबा के दर जो कोई जावे खाली नही लौटा रे
दूर दूर से आवे यात्री मन की बात सुनावे
सब के मन की दुरी करता पल नही देर लगावे
तू बबलियो क्या सोचे क्यों नही खाटू जावे
तेरी झोली भर देगा तू खाटू जाके देख ले
खाटू में दरबार लगाया जग सेठ कहलावे
कोई थोडा कोई ज्यादा कुछ न कुछ सुख पावे
इस के घर में कोई कमी नही यो दोनों हाथ लुटावे,
तू वावालियो के सोचे बाई क्यों नही खाटू जावे
तेरी झोली भर देगा तू खाटू जाके देख ले
दुनिया से जो हार के आवे यो छाती से लावे,
फिर न कोई संकट आवे ऐसा झाड़ा लावे
उस जाड़े की खातिर भगतो सारी दुनिया आवे
तू वावालियो के सोचे बाई क्यों नही खाटू जावे
तेरी झोली भर देगा तू खाटू जाके देख ले
दुनिया के मैं भटकू था फिरता मारा मारा
दर पे आके मिल गया मने भगतो इक सहारा,
सुध मेरी बाबा ने लेली सारी पूरी करदी
कमी नही अब किसी चीज की शीलू झोली भर दी
मने सब कुछ मिल गया रे इस बाबा के दरबारमें
तेरी झोली भर देगा तू खाटू जाके देख ले