है आपके हाथों में,मेरी बिगड़ी बना देना
भोले मेरी नैया को , भव पार लगा देना
तुम शंख बजा करके दुनिया को जगाते हो
डमरू की मधुर धुन से सत्मार्ग दिखाते हो
मैं मूरख मेरे अवगुन को नाथ मिटा देना
भोले मेरी -------------
हर ओर अन्धेरा है तुफान ने घेरा है
कोई राह नहीं दिखती , मुझे तुझ पर भरोसा है
एक आस लगी तुझसे ,मेरी लाज बचा लेना
भोले मेरी---------------
हे जगदंबा के स्वामी ,देव आदि देव नमामि
सबके मन तुम जानो ,शिव तुम अन्तर्यामी
सब दुख मेरे मन के महादेव मिटा देना
भोले मेरी--------
महादेव जटा मे तुम ने गंगा को छिपाया है
माथे पर चंद्रमा सजाके, विषधर लिपताया है
मुझको भी गले अपने महाकाल लगा लेना
भोले मेरी ------------
प्रेषक प्रियंका अग्निहोत्री