खाटू वाले के दर पे कमाल हो गया
जो गरीब था वो बन्दा माला माल हो गया,
खाटू वाले का क्या केहना
श्याम को दे दियां शीश का गेहना ,
खाटू श्याम जो नाम है पाया,
जग ने तेरा ही गुण गाया,
तेरे दर पे जो भी आया निहाल हो गया
जो गरीब था वो बन्दा माला माल हो गया,
मोरछड़ी तूने लेहराई घर घर आँगन खुशिया छाई
मगन रहू तेरे चरणों में आवाज मेरे दिल से ये आई,
जो न सोचा था मैंने वो हाल हो गया
जो गरीब था वो बन्दा माला माल हो गया,
सांवरिया है सेठ निराला
पल पल जप लो उसकी माला,
मैंने भी अब ठान लिया है तुझको अपना मान लिया है
तेरी रहमत का मुझपे कमाल हो गया
जो गरीब था वो बन्दा माला माल हो गया,